बता दें कि लगातार रिश्वतखोरों के खिलाफ हो रही कार्यवाही के बावजूद भ्रष्टाचार में कमी नहीं आ रही, सरकारी अधिकारी कर्मचारी बेख़ौफ़ रिश्वत ले रहे हैं। हालाँकि लोकायुक्त,ईओडब्ल्यू जैसे एजेंसियां उन्हें रंगे हाथ गिरफ्तार कर रही हैं लेकिन सरकारी मुलाजिमों में इसका कोई भय नहीं है।
ग्वालियर/मध्यप्रदेश।
ग्वालियर आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने आज शुक्रवार शाम ग्वालियर नगर निगम की सब इंजीनियर वर्षा मिश्रा को 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते नगर निगम मुख्यालय के बाहर पकड़ लिया। वर्षा तिवारी पार्क विभाग में पदस्थ हैं और वे नगर निगम के 5 गार्डन के रखरखाव के लिए तय हुए ठेके के बिल पास करने के बदले ले रहीं थीं।
दरअसल,नगर निगम के 5 पार्कों का टोटल ठेका 1 करोड़ 72 लाख रुपये में हुआ था। प्रत्येक बिल पास करने के एवज में पहले 8 फीसदी, फिर 3 फीसदी के हिसाब से रिश्वत मांगी थी। फिलहाल उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (Corruption Act) के तहत कार्रवाई की जा रही है।
क्या है पूरा मामला,नगर निगम मुख्यालय के बाहर से गिरफ्तार
प्राप्त जानकारी के अनुसार,ग्वालियर में आज शुक्रवार को ईओडब्ल्यू ने ग्वालियर नगर निगम के पार्क विभाग में पदस्थ सब इंजीनियर वर्षा मिश्रा को 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। EOW से मिली जानकारी के अनुसार ग्वालियर नगर निगम के पार्क विभाग में पदस्थ सब इंजीनियर वर्षा मिश्रा ने नगर निगम के पांच गार्डन के रखरखाव का ठेका लेने वाले सुरेश सिंह यादव व अतुल सिंह यादव से उनके जनवरी माह के बिल 6 लाख 70 हजार को पास करने के एवज में कमीशन के हिसाब से 20 हजार रुपये की मांग की थी।
रिश्वत मांगे जाने के बाद अतुल सिंह ने 5 हजार रुपये कल दे दिये थे लेकिन इसकी शिकायत EOW में कर दी, ईओडब्ल्यू को जानकारी देने के बाद अतुल सिंह ने आज जैसे ही वर्षा मिश्रा को नगर निगम मुख्यालय के बाहर रिश्वत की राशि 15 हजार रुपये दिये तो वहां मौजूद ईओडब्ल्यू की टीम ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया।