मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में देवेंद्रनगर पुलिस और लोकायुक्त पुलिस में मारपीट की खबर सामने आ रही है। रिश्वत के मामले की वजह से विवाद खड़ा हुआ, जिसके बाद दोनों ही टीमों के बीच मारपीट की घटना हुई। वहीं मारपीट के बीच थाना प्रभारी ज्योति सिकरवार मौके से फरार हो गई। उनकी तलाश जारी है। थाना परिसर में बने टीआई के आवास में फरियादी से टीआई और आरक्षक को 50 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया था।
पन्ना/सागर/मध्यप्रदेश।
मध्यप्रदेश में रिश्वतखोरी इस तरह हावी है की पकड़े जाने पर रिश्वतखोर कर्मचारी और अधिकारी लोकायुक्त पर हमला करने से भी नहीं चूक रहे हैं। रिश्वतखोरी का जहर उनकी नसों में समा चुका है।
दरअसल,मध्यप्रदेश की सागर लोकायुक्त पुलिस द्वारा रविवार देर रात पन्ना जिले के देवेंद्र नगर थाना प्रभारी को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ने का मामला सामने आया है। उन्हें सरकारी आवास से थाने ले जाने को लेकर लोकायुक्त पुलिस और थाना पुलिस में विवाद, झगड़ा और मारपीट की बात भी सामने आ रही है। इस मामले में बहसबाजी का एक वीडियो भी सामने आया है। बताया जा रहा है कि मामले के बाद रिश्वत लेने की आरोपी थाना प्रभारी ज्योति सिंह सिकरवार व प्रधान आरक्षक अमर सिंह मौके का फायदा उठाकर गायब हो गए।
स्थिति को देखते हुए लोकायुक्त ने पन्ना एडिशनल एसपी और एसडीओपी को बुलवाया लेकिन फिर टीआई कार्रवाई के दौरान बाथरुम का बहाना बनाकर भाग गई, लेकिन आरक्षक को टीम ने गिरफ्तार कर लिया है।
क्या है पूरा मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार,पन्ना जिले के देवेंद्र नगर के ग्राम दमन टोला में बीते रोज किसी बात को लेकर हुए विवाद के बाद गोली चलने की घटना सामने आई थी। मामले में गोली लगने से 3 लोग घायल हुए थे, जिस पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। इसमें विजय यादव नाम के व्यक्ति को भी आरोपी बनाया गया था। सूत्रों के अनुसार मामले में थाना प्रभारी देवेंद्र नगर ज्योति सिह सिकरवार और हवलदार अमर सिंह द्वारा 1 लाख रुपए की राशि रिश्वत के रूप में विजय यादव से मांगने का मामला बताया जा रहा है। मामला 50 हजार रुपए में तय किया गया। इस मामले में विजय यादव द्वारा लोकायुक्त पुलिस सागर में शिकायत किए जाने के बाद रविवार को लोकायुक्त सागर की टीम ने पहुंचकर जैसे ही पन्ना थाना के देवेंद्र नगर थाना प्रभारी ज्योति सिह सिकरवार और हवलदार अमर सिंह को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए उनके निवास से गिरफ्तार किया।
आखिर किस बात को लेकर हुआ विवाद
जानकारी अनुसार कार्रवाई करने के लिए जब लोकायुक्त पुलिस ने निरीक्षक ज्योति सिंह सिकरवार से पुलिस थाना चलने के लिए कहा तो उसके द्वारा मना करते हुए अभद्र व्यवहार करना शुरु कर दिया। इस पर लोकायुक्त निरीक्षक मंजू सिह द्वारा उसे एक चांटा मार दिया और पुलिस थाना ले आए जिस पर वहां भी विवाद होने आने लगा। इस दौरान रिश्वत लेने वाला प्रधान आरक्षक अमर सिंह तो मौके से फरार हो गया, लेकिन इसी बीच देवेन्द्र नगर पुलिस ने देखा कि निरीक्षक को चांटा मार दिया तो देवेंद्र नगर पुलिस स्टाफ व लोकायुक्त पुलिस में विवाद हो गया। विवाद इतना बड़ा कि दोनों ही टीमों के बीच मारपीट तक हो गई। जानकारी अनुसार देवेंद्र नगर पुलिस द्वारा लोकायुक्त डीएसपी राकेश खड़के, निरीक्षक मंजू सिह, आरक्षक आशुतोष व्यास सहित अन्य के साथ मारपीट कर दी गई और घटना के बाद थाना प्रभारी ज्योति सिंह सिकरवार भी वहां से फरार हो गई।
इनका कहना
डीएसपी लोकायुक्त राजेश खेड़े ने बताया कि फरियादी विनोद यादव से थाना प्रभारी ज्योति सिकरवार व आरक्षक अमर सिंह बागरी ने 50 हजार की रिश्वत मारपीट के मामले में धाराएं बढ़ाने व फरियादी वाले पक्ष के लोगों को रियायत देने के एवज में मांगी गई थी।
जिस शिकायत के आधार पर रविवार की रात्रि करीब 7 बजे थाना देवेंद्रनगर परिसर में दोनों को 50 हजार की रिश्वत लेते हुए ट्रेप किया गया है। इसी दौरान लोकायुक्त की टीम के साथ झींगा झपटी पुलिस के ओर से की गई है। साथ कार्यवाही के दौरान टीआई ज्योति सिकरवार रात के अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गई है।
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