बता दें कि सुरक्षा में चूक होने के बाद दो जिले के 14 पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है जिनमें
●ग्वालियर से सूबेदार अनुपम भदौरिया, कन्ट्रोल रूम प्रभारी इंस्पेक्टर आलोक त्रिवेदी, सब इंस्पेक्टर धर्मेन्द्र दांगी, पुलिस लाइन से आरक्षक चालक रामनरेश, ट्रैफिक से आरक्षक चालक जितेन्द्र कुमार को सस्पेंड किया गया है।
●मुरैना से ASI विनोद सिंह, ASI शिवराज सिंह, प्रधान आरक्षक बदन सिंह, आरक्षक चालक रामबिहारी, चालक थावर ठाकुर, आरक्षक राकेश, आरक्षक अनिल, आरक्षक संतराम, आरक्षक जितेन्द्र सिंह, प्रधान को सस्पेंड किया गया है।
●सुरक्षा में इस तरह की चूक में कहीं ना कहीं मुरैना और ग्वालियर की फॉलो टीम में आपसी सामंजस्य नहीं होने का दोष है अब मुरैना के 9 और ग्वालियर के 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
ग्वालियर/मध्यप्रदेश।
सड़क मार्ग से दिल्ली से ग्वालियर आ रहे राज्यसभा सांसद और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के दिग्गज नेता ज्योतिराज सिंधिया की सुरक्षा में बड़ी चूक हुई है।पायलट वाहन में बैठे पुलिसकर्मी सांसद के वाहन की जगह, उसी रंग की ही दूसरी गाड़ी को सुरक्षा देने में लग गए थे। मुरैना बॉर्डर पर लेने गए पुलिस पायलट वाहन में सवार पुलिसकर्मियों की लापरवाही का नतीजा यह हुआ कि 14 पुलिसकर्मी सस्पेंड हो गए।
मुरैना के 9 और ग्वालियर के 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। जब तक पुलिसकर्मियों को गलती का एहसास हुआ तब तक ज्योतिरादित्य सिंधिया की गाड़ी काफी आगे निकल चुकी थी। सांसद सिंधिया की सुरक्षा में हुई लापरवाही में 14 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है। सिंधिया को जेड श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा केंद्र सरकार की ओर से दी गई है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया की सुरक्षा में चूक उस वक्त हुई, जब वे दिल्ली से सड़क के रास्ते ग्वालियर आ रहे थे। शाम के वक्त मुरैना जिले में पायलट वाहन उन्हें फॉलो करते हुए ग्वालियर की तरफ बढ़ रही थी। निरावली के पास मुरैना ग्वालियर बॉर्डर पर, ग्वालियर की पायलट वाहन को सांसद को फॉलो करते हुए जय विलास पैलेस ले जाना था।
क्या है पूरा मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार,सोमवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर ग्वालियर में वैक्सीनेशन के महा अभियान में शहर के युवाओं को प्रोत्साहित करने सिंधिया को आना था। इसके लिए राज्यसभा सांसद व पूर्व मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रविवार रात दिल्ली से सड़क मार्ग द्वारा ग्वालियर के लिए निकले थे। उनको लगातार हर जिले में पुलिस पायलटिंग और फॉलो वाहन मिल रहा था।
बताया गया कि मुरैना की सीमा में प्रवेश करते ही मुरैना की पायलटिंग टीम ने सिंधिया के आगे चलना शुरू किया। पुरानी छावनी के निरावली पॉइंट से कुछ दूर पहले मुरैना की पुलिस को सिंधिया की कार जैसी दूसरी कार ओवरटेक करके निकल गई। इसके बाद पुलिस टीम उस गाड़ी के पीछे लग गई। तय सूचना के साथ ही यहां ग्वालियर पुलिस की एक टीम पायलट और फॉलो वाहन के साथ तैयार थी। ग्वालियर पुलिस की टीम उसी कार को सिंधिया की कार समझकर पायलटिंग करने लगी। कुछ समय तक पायलटिंग की। लेकिन कार बार-बार ओवरटेक कर रही थी। इस पर पुलिस अफसरों और जवानों को शक हुआ। उन्होंने देखा तो कार में कोई दूसरा व्यक्ति था, तब तक देर हो चुकी थी। सिंधिया का वाहन काफी आगे निकल चुका था।
निरावली से हजीरा तक आए बिना सुरक्षा के सिंधिया
पुरानी छावनी के निरावली पॉइंट पर यह गड़बड़ हुई। वहां से IIITM हजीरा चौराहा तक सिंधिया बिना सुरक्षा और पायलटिंग वाहन के अकेले आए। करीब 7 किलोमीटर का यह सफर में कुछ भी हो सकता था। इसे बहुत बड़ी चूक माना जा रहा है। गनीमत रही कि TI हजीरा आलोक सिंह परिहार ने थाने के सामने से सिंधिया की कार को गुजरता देखकर तत्काल सुरक्षा प्रदान की।
इनका कहना
इस गड़बड़ी की जानकारी मिलते ही ग्वालियर के 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। शेष 9 पुलिसकर्मी मुरैना के हैं, जिनको मुरैना SP ललित कुमार ने सस्पेंड कर दिया है। पूरे मामले की जांच कराई जा रही है।
–अमित सांघी, SP ग्वालियर।