HomeBreaking Newsलोकायुक्त ने पटवारी को 5 हज़ार की रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोचा,किसान...

लोकायुक्त ने पटवारी को 5 हज़ार की रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोचा,किसान से नामांतरण के लिए मांगी थी रकम

खंडवा/मध्यप्रदेश।

मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही हैं परंतु इसके बाद भी भ्रष्टाचार पर रोक नहीं लग रही है, जिसके चलते कई खबरें सामने आती जा रही हैं। ताज़ा मामला एमपी के खंडवा जिले के पंधाना तहसील का है जहाँ पटवारी चिंताराम पटेल को इंदौर लोकायुक्त पुलिस ने 5 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा। जमीन नामांतरण करने के नाम पर पटवारी ने रिश्वत मांगी थी।
खास बात ये है कि एक महीने में खंडवा जिले के पंधाना में लोकायुक्त पुलिस की यह दूसरी कार्रवाई है। लोकायुक्त इंदौर पुलिस के निरीक्षक सुनील उईके की टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया जिसमें पटवारी को भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के अंतर्गत गिरफ्तार कर कार्रवाई की है। कार्रवाई के बाद से ही क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। आरोपी पर भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम 2018 की धारा 7 के तहत था पुलिस थाना छेगाव माखन में कार्रवाई की गई।

क्या है पूरा मामला

रिश्वतखोर पटवारी पर कार्रवाई करती लोकायुक्त पुलिस

प्राप्त जानकारी के अनुसार,राकेश कुमार मौर्य पिता उदय सिंह मौर्य निवासी जामली कला ने बताया कि पिता उदय सिंह की 36 एकड़ जमीन ग्राम जामली कला तहसील पंधाना में है। जिसमें से जमीन का बंटवारा उसके व राकेश उसके छोटे भाई रूपेश मौर्य के नाम से करना चाहते हैं। इसके लिए बटवारा नामांतरण की पावती बनवाने के लिए आनलाइन आवेदन तहसील कार्यालय पंधाना में जमा किया था। जिसके बाद ग्राम जामली कला हल्का नंबर 50 के पटवारी चिंताराम पटेल पिता परमेश्वर पटेल ने उसका काम जल्दी करवाने के नाम पर में 10 हज़ार रुपए रिश्वत की मांग की जा रही थी।
जिसकी शिकायत उसने 20 सितंबर 2021 को लोकायुक्त कार्यालय इंदौर में की थी। इसके बाद 24 सितंबर को पटवारी चिंताराम और राकेश के बीच मोबाइल पर बातचीत हुई जिसकी लोकायुक्त ने रिकॉर्डिंग की। जिसमें बातचीत के दौरान 9 हज़ार रुपये में लेनदेन तय हुआ था। 27 सितंबर को राकेश कुमार मौर्य से पटवारी चिंताराम को पहली किश्त पांच हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया।

Live Share Market :
- Advertisment -

Most Popular

error: Content is protected !!