दरअसल,जब रक्षक की भक्षक बन जाए तो आम पब्लिक क्या करेगी? ऐसा एक मामला जबलपुर से सामने आया है, जहां पर छिंदवाड़ा के चौरई थाना के प्रभारी संजय भलावी ने कॉलोनी में जमकर उत्पात में मचाया। सनकी थाना प्रभारी ने कई गाड़ियों के शीशे फोड़ दिए और लोगों के साथ जमकर गाली गलौज की।
जबलपुर/मध्यप्रदेश।
मध्यप्रदेश के जबलपुर से एक ऐसा मामला सामने आया है जो पुलिस विभाग पर सवाल खड़े करता है। यहां एक थाना प्रभारी यानि टीआई ने इस कदर आतंक मचाया कि लोग देखते रह गए। अधिकारी ने तोड़फोड़ मचाते हुए दस से ज्यादा कारों के शीशे तोड़ दिए। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि किस तरह पुलिस अफसर ने यह हरकत की है।
क्या है पूरा मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार,जबलपुर के थाना बरेला स्थित गौर चौकी के आकर्ष एनक्लेव कॉलोनी का है। शुरूआती जानकारी में सामने आया है कि जिस पुलिस अधिकारी ने यह आतंक मचाया है वो, जबलपुर का नहीं है। वह छिंदवाड़ा के चौरई में पदस्थ है। जिसका नाम संजय भलावी है, जो चौरई पुलिस थाने का टीआई है।
छुट्टी पर घर आए छिंदवाड़ा के चौरई थाने के टीआइ संजय भलावी का वीडियो सामने आने के बाद छिंदवाड़ा एसपी ने भलावी को सस्पेंड कर दिया है। भलावी जबलपुर में पहले तैनात थे। सोमवार रात वे यहीं आकर्षक एनक्लेव स्थित घर लौटे। रहवासियों ने बताया, वे इतने नशे में थे कि कार ठीक से नहीं चला पा रहे थे। कॉलोनी में पर्याप्त जगह थी, पर वे कार नहीं निकाल पा रहे थे। इसका गुस्सा उन्होंने कॉलोनी में खड़ी गाडिय़ों पर निकाला।
पत्थर से गाडिय़ों में तोडफ़ोड़ की। लोग बाहर निकले तो उन्हें धमकाया। पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हुई है। सूचना पर कार्रवाई जबलपुर एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने छिंदवाड़ा एसपी मनीष खत्री को टीआइ संजय भलावी की जानकारी दी। इसके बाद छिंदवाड़ा एसपी ने संजय भलावी को निलंबित कर दिया।
कांस्टेबल चिल्लाते रहे और टीआई करता रहा आंतक
बता दें कि आरोपी संजय भलावी ने जिस वक्त पत्थर से कारों के शीशे तोड़े उस दौरान वो पुलिस की वर्दी में नहीं था। यानि सिविल यूनिफार्म में था। अब पता लगाया जा रहा है कि आखिर किस बात पर उसने यह तोड़फोड़ मचाई। वह जिस वक्त कारों के शीशे तोड़ रहा था तो पीछे से कांस्टेबल सर…सर कहकर पुकार रहे थे, यानि वह मना करते रहे, लेकिन थाना प्रभारी ने उनकी भी नहीं सुनी।
इनका कहना
संजय भलावी को वीडियो के आधार पर तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। उनके मुताबिक भले मामले में कोई शिकायत नहीं हुई है लेकिन थाना प्रभारी से जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति का आचारण उचित नहीं था। उन्हें निलंबन अवधि में पुलिस लाइन में अटैच किया गया है। इस मामले की विभागीय जांच भी होगी।
–मनीष खत्री,एसपी छिंदवाड़ा।