बता दें कि बाबू सैय्यद मजीद रहमान को रिश्वत की पहली किस्त हाथो में थमाई बाबू ने तुरंत रुपए पेंट की जेब में रखे वैसे ही EOW की टीम ने बाबू को गिरफ्तार कर लिया। केमिकल से धुलाने पर हाथ गुलाबी हो गए। इसके बाद टीम ने बाबू की पेंट उतरवाई। जिसे भी केमिकल से धोया गया। पेंट की जेब भी गुलाबी होने पर उसे भी जब्त किया गया। बाबू को घर से पजामा मंगवाकर पहनना पड़ा।
मंदसौर/उज्जैन/मप्र।
रिश्वतखोर अधिकारियों कर्मचारियों पर मध्य प्रदेश में लगातार दबिश जारी है भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसियां लगातार कड़े एक्शन ले रही हैं। इसी तारतम्य में
उज्जैन से आई ईओडब्ल्यू की टीम ने शुक्रवार को मंदसौर में महू-नीमच राजमार्ग पर स्थित लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग(पीएचई) के लेखापाल को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
आरोपित लेखापाल सैय्यद मजीद रहमान फरियादी प्रेमशंकर प्रधान सेवानिवृत्त टेकनीशियन से पेंशन प्रकरण निपटाने के लिए एक लाख रुपये की मांग कर रहा था। फरियादी ने इसकी शिकायत आर्थिक अपराध अनुसंधान (ईओडब्ल्यू) उज्जैन एसपी से की थी।
क्या है पूरा मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार,इसके बाद ईओडब्ल्यू एसपी ने रिश्वतखाेर लेखापाल काे पकड़ने की प्लानिंग तैयार की थी। इसके तहत लिपिक मजीद रहमान से बात कराई, इसके बाद फरियादी काे 20 हजार रुपये देकर लेखापाल के पास भेजा। शुक्रवार दोपहर को जैसे ही फरियादी ने लेखापाल को रुपये दिए। ईओडब्ल्यू डीएसपी सहित टीम ने मौके पर ही लेखापाल को 20 हजार रुपये लेते हुए पकड़ा।
फरियादी प्रेमशंकर प्रधान सेवानिवृत टेकनीशियन ने बताया कि लेखापाल मजीद रहमान मेरे पेंशन प्रकरण का निराकरण करने के लिए 1 लाख रुपये की मांग कर रहा था। साथ ही इससे कम पैसे लेकर काम करने काे तैयार नहीं था। इसके बाद फरियादी ने पहली किस्त के 20 हजार रुपये देने का तय किया था। जब काम नहीं बना तो ईओडब्ल्यू उज्जैन कार्यालय में शिकायत की, इसके बाद शुक्रवार को टीम ने कार्रवाई कर आरोपित बाबू मजीद रहमान को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा है।