बता दें कि चार दिन पहले जीवाजी यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. अविनाश तिवारी ने ABVP के किसी पोस्टर का अनावरण कर दिया था। NSUI का आरोप है कि कुलपति ABVP के कार्यकर्ता हैं। जिसके बाद आज दोपहर NSUI कार्यकर्ता सूचना देकर जीवाजी यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन करने पहुंचे थे। मामला ABVP से जुड़ा था इसलिए उसके कार्यकर्ता वहां पहले से एकत्रित हो गए।
ग्वालियर/मध्यप्रदेश।
मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले की जीवाजी यूनिवर्सिटी में शुक्रवार को बवाल हो गया। कुलपति द्वारा ABVP के पोस्टर विमोचन का विवाद बढ़ गया है। आज NSUI और ABVP छात्र संगठन आपस में भिड़ गए। इस दौरान दोनों संगठनों में झड़प हुई और जमकर लात-घूस भी चले। प्रदर्शन के दौरान छात्र संगठन के नेताओं में जमकर मारपीट भी हुई। इस दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच भी झूमाझटकी हुई। खासबात यह रही कि पूरे हंगामे के दौरान कुलपति सामने नहीं आए। जबकि एनएसयूआई कार्यकर्ता ज्ञापन देने के लिए ही आए थे और उनका सामना एबीवीपी कार्यकर्ताओं से हो गया था।
NSUI और ABVP छात्र संगठन के हंगामे के बाद जीवाजी यूनिवर्सिटी में काम ठप हो गया। विवाद के बाद जीवाजी यूनिवर्सिटी पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है।
क्या है पूरा मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार,जीवाजी विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के सामने एबीवीपी और एनएसयूआई आमने सामने भिड़े। दोनों गुटों में जमकर हाथापाई हुई। इस पूरे विवाद में एबीवीपी की ओर से संगठन की छात्राऐं भी पूरे समय मौजूद रहीं। एनएसयूआई छात्र नेताओं ने एबीवीपी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि विवाद बढ़ाने के लिए उन्होंने संगठन की छात्राओं को आगे किया। उनसे मारपीट करवाई, बैनर छीनकर फाड़ा गया, साथ ही एनएसयूआई छात्र नेताओं ने पुलिस प्रशासन पर भी दोगले व्यवहार का आरोप लगाया है। बताया जा रहा है कि झड़प में विश्वविद्यालय थाने के टीआई के साथ भी हाथापाई हुई है।
विशेष बात यह है इस पूरे हंगामे को शुरू में लगभग एक घंटा बीत चुका है लेकिन अभी तक विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर अविनाश तिवारी छात्रों से मिलकर उनका ज्ञापन लेने नहीं पहुंचे हैं।