भोपाल/मध्यप्रदेश……..
मध्यप्रदेश में घोटालों को लेकर हमेशा चर्चा में रहता है एक ऐसा ही घोटाला सामने आया है जहाँ प्याज खरीदी में हुए घोटाले की जद में प्रदेश के छह कलेक्टर आ गए हैं हाईपॉवर जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कलेक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की है जांच रिपोर्ट के आधार पर जीएडी ही अपने स्तर पर कार्रवाई करेगी जिन कलेक्टरों पर कार्यवाही तय है,
उनमें
-शहडोल के तत्कालीन कलेक्टर मुकेश शुक्ला
-छतरपुर के तत्कालीन कलेक्टर रमेश भंडारी
-नरसिंहपुर के तत्कालीन कलेक्टर आरआर भोसले
-रीवा के तत्कालीन कलेक्टर राहुल जैन
-दमोह के तत्कालीन कलेक्टर श्रीनिवास शर्मा
प्याज खरीदी के नाम पर करोड़ों डकारे………
भोपाल सहित एक दर्जन जिलों में प्याज खरीदी,रखरखाव,उसे नष्ट करने और बेचने में भारी गड़बड़ी हुई इस मामले की जांच के लिए हाई पॉवर कमेटी बनाई गई कमेटी में प्रमुख सचिव उद्यानिकी,सहकारिता,खाद्य विभाग और सचिव वित्त विभाग,एमडी मंडी,विपणन संघ, वेयर हाउसिंग और नागरिक आपूर्ति के अधिकारी थे।
कमेटी ने छह कलेक्टरों के साथ जिलों में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम और विपणन संघ के अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध पाया है।
सरकार ने प्याज की ज्यादा आवक होने की वजह से किसानों से खरीदी की थी। 6 जून से सितंबर 2017 तक प्याज खरीदी की गई।
हालांकि एक दर्जन जिलों में बीस से पचास फीसदी तक प्याज नष्ट करने के नाम पर गायब कर दी गई
प्रदेश भर में करीब पचास करोड़ की प्याज गायब हुई थी।