नीमच/मध्यप्रदेश……..
सिंधी समाज के 50 से ज्यादा परिवार बंटवारे के समय अपना सब कुछ छोड़ कर नीमच आए थे इन्हें पुनर्वास विभाग ने अंग्रेजों के अस्तबल में जगह दी, जिसे आज तांगा अड्डा क्षेत्र कहा जाता है ये लोग यहाँ वर्षों से मुलभुत सुविधाओं के अभाव में जीवन जीने को मजबूर हैं 70 साल बाद भी इन्हें अपना मालिकाना हक़ न मिलने के चलते यह आज भी उन्हीं पुराने जर्जर हो चुके मकानों में किरायेदार बनकर ही रह रहे हैं।
काफी सालों से सिंधी समाज के लोग मालिकाना हक़ दिए जाने को लेकर हर स्तर पर अपनी गुहार लगा चुके हैं लेकिन किसी ने भी इस और ध्यान नहीं दिया।
बंटवारे के समय नीमच आए सिंधी समाज के कई परिवार अब तक शरणार्थियों सा जीवन जीने को मजबूर थे कई सरकार आईं और गईं लेकिन इनकी सुध किसी ने नहीं ली यह लोग लम्बे समय से अपने मालिकाना हक़ की लड़ाई लड़ रहे हैं अब नगर पालिका परिषद् 70 साल बाद इन्हें पट्टे दिए जाने को लेकर एक प्रस्ताव लाने जा रही है, जिसके बाद सिंधी समाज के लोगों में अब एक नई आस जगी है।
मुख्यमंत्री ने दी सौगात…….
इस बार जब प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान और नगरीय प्रशासन मंत्री माया सिंह नीमच आए तो वे सिंधी समाज के इन लोगों को एक नई आस बंधा गए और जल्द इन्हें मालिकाना हक़ को लेकर पट्टे दिए जाने का आश्वासन भी दे गए इसी को लेकर अब नगर पालिका तांगे अड्डे की जमीन को लेकर जल्द ही एक प्रस्ताव लाने जा रही है जिसमें सभी को पट्टे दिए जाने को लेकर मसौदा रख उसे बहुमत से पारित होने के बाद शासन में भेजा जाएगा नगर पालिका की इस पहल को लेकर सिंधी समाज में काफी ख़ुशी का माहौल है।