बता दें कि नक्सल प्रभावित इलाकों में सीआरपीएफ, एसटीएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी, रिजर्व फोर्स के जवानों की तैनाती की गई है। इन जवानों में लगातार आत्मघाती कदम उठाने की घटनाएं सामने आती रही है। इतना ही नहीं वे साथी जवानों की जान भी लेने की घटनाएं आ चुकी हैं। यह घटना खैरागढ़ ब्लॉक मुख्यालय के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र ग्राम घाघरा की है।
राजनांदगांव/छत्तीसगढ़……………
नक्सल प्रभावित गातापार थाना के घाघरा बेस कैंप में बीती रात एक हवलदार ने अपनी ही सर्विस रायफल से गोली मार कर खुदकुशी कर ली। छत्तीसगढ़ आर्म्ड फोर्स (CAF) के हवलदार अब्दुल शाहिद ने रात करीब 9 बजे यह आत्मघाती कदम उठाया। वह मूलत: उत्तरप्रदेश के झांसी का रहने वाला था। वह बेसकैंप में शुरुआत से ही तैनात था। बताया गया है कि वह बेसकैंप में पदस्थापना के बाद से ही गुमशुम रहता था। किसी से ज्यादा बातचीत नहीं करता था।
क्या है पूरा मामला……………
मृतक जवान का शव एम्बुलेंस से ले जाते हुए
प्राप्त जानकारी के अनुसार,घटना की पुष्टि करते गातापार थाना प्रभारी रामेश्वर देशमुख ने बताया कि सीएएफ जवान ने रायफल से खुद की जान ली है। मामले की जांच की जा रही हैं। मृत जवान सीएएफ की 21कंपनी के अधीन था। घटना का कारण पता नहीं चल पाया है। घटना की जानकारी मिलते ही रात को ही एसपी जितेंद्र शुक्ला बेसकैंप पहुंचे और जानकारी ली। पुलिस मामले की जांच कर रही है कि किन कारणों के चलते इस जवान ने यह कदम उठाया।