“बता दें कि कैंसर पीड़ित महिला के परिजनों ने सिपाही अनस और नितिन को धन्यवाद किया और कहा कि अगर वे रक्तदान न करते तो उनका मरीज बाहर ही तड़प कर मर जाता”
लखनऊ/उत्तरप्रदेश............
उत्तर प्रदेश में पुलिस महकमें की कार्यशैली को लेकर कई बार सवाल उठाए गए है। लेकिन महकमें के ही कुछ पुलिसकर्मी सराहनीय और मानवीय कार्य कर इंसानियत की मिसाल पेश करते है साथ ही खाकी को दागदार होने से भी बचाते हैं। इंसानियत को पेश करता हुआ ऐसा ही मामला राजधानी लखनऊ से सामने आया है जहां डायल 100 पर तैनात दो सिपाहियों ने एक कैंसर पीड़ित महिला को रक्तदान कर उसके जीवन जीने की उम्मीद को मरने से बचाया है। कैंसर पीड़िता के परिजनों ने दोनों सिपाहियों का धन्यवाद किया है।
क्या है मामला.........????
दरअसल, लखनऊ के जानकीपुरम थाना क्षेत्र में डायल100 पीआरवी 4575 पर तैनात अनस खान और गोमती नगर थाना क्षेत्र के पीआरवी पर तैनात नितिन ने एक कैंसर पीड़ित महिला को अपना खून देकर मानवता की मिसाल पेश की। दोनों को सूचना मिली कि बदायूं से आई एक कैंसर पीड़ित महिला को खून की कमी के कारण मेडिकल कॉलेज में भर्ती नहीं किया जा रहा है। सूचना मिलते ही दोनों ने मानवता का फर्ज निभाने के लिए मेडिकल कॉलेज पहुंचे और कैंसर पीड़ित महिला के लिए रक्तदान किया। जिसके बाद महिला का इलाज शुरू हो सका।
SSP ने सिपाहियों की सराहना की.............
लखनऊ एसएसपी कलानिधि नैथानी ने भी अपने जवानों के इस मानवीय कार्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि पुलिस जनता की सेवा के लिए है। सिपाहियों ने जो किया उसकी सराहना करते हैं।
इनका कहना.............
उधर अनस और नितिन का कहना है कि अपराध नियंत्रण और अपराधियों की पकड़ के साथ ही उनकी जिम्मेदारी समाज के प्रति भी है। इसी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए जब उन्हें यह सूचना मिली कि खून की कमी के कारन महिला को इलाज नहीं मिल रहा है तो वे रक्तदान करने पहुंचे थे। दोनों ने महिला के जल्द ठीक होने की उम्मीद भी जताई।