बड़ामलहरा/छतरपुर/मप्र………..
मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में लोकायुक्त पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। लोकायुक्त पुलिस ने खाद्य निरीक्षक (फूड इंस्पेक्टर) को 70 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाँथो गिरफ्तार कर लिया। बताया गया कि आरोपी अनुविभाग क्षेत्र में संचालित उचित मूल्य की दुकानों और समर्थन मूल्य खरीदी केंद्रों से उगाही करता था। इस शिकायत पर लोकायुक्त टीम ने छापामारी कर आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार आधिनियम की धारा के तहत मामला दर्ज कर जमानत पर रिहा कर दिया।
क्या है मामला…………..
खाद्य निरीक्षक सचिन श्रीवास्तव को लोकायुक्त पुलिस टीम सागर ने मंगलवार की सुबह 70 हजार रुपए की रिश्वत सहित रंगे हाथ पकड़ा है। सुबह 8 बजे के आसपास आरोपी पाटन मंदिर के पास स्थित किराए के मकान में था तभी शासकीय उचित मूल्य दुकान बंधा शिकायतकर्ता अजय पटैरिया, विक्रेता कमरे में पहुंचा और 70 हजार रुपए लेकर उसके कमरे पर पहुंचा था। रिश्वत के पैसा लेते ही लोकायुक्त पुलिस ने सचिन श्रीवास्तव को रंगे हांथों दबोच लिया। लोकायुक्त टीम ने रिश्वत के पैसों की जप्ती करनें के उपरांत आरोपी के विरुद्ध भृष्टाचार अधिनियम की धारा 7 के तहत मामला पंजीबद्ध किया और उसे जमानत पर रिहा कर दिया।
लोकायुक्त पुलिस के अनुसार………..
राजेश खेड़े, उप पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त सागर ने जानकारी देते हुए बताया कि रामेश्वर यादव लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में 6 सदस्यी टीम के सहयोग से कार्रवाई की गई है। शिकायतकर्ता अजय पटैरिया ने विगत 31 मई को शिकायत दर्ज कराते हुऐ बताया कि खाद्य निरीक्षक सचिन श्रीवास्तव द्वारा सेवा सहकारी समिति बंधा के अंतर्गत चलने वाली 8 शासकीय उचित मूल्य की दुकान से प्रति दुकान एक हजार रुपये मासिक और समर्थन मूल्य गेंहू खरीदी में 1 रुपए प्रति क्विंटल की दर से पैसा मांग की जा रही है। खाद्य निरीक्षक ने दुकानों और खरीदी सहित कुल 98 हजार रुपए की मांग की थी इसमें वह 15 हजार रुपए पहले ले चुका था। शिकायतकर्ता अजय पटैरिया ने बताया कि सेवा सहकारी समिति बंधा अंतर्गत संचालित खरीद केंद्र बंधा और रजपुरा में इस वर्ष 68 हजार क्विंटल गेंहूँ खरीदा गया है। पकड़ी गई बड़ी रिश्वत में कुछ अन्य अधिकारियों की भी हिस्सेदारी की चर्चा व्याप्त है, सवाल के जवाव में लोकायुक्त टीम ने कहा कि पूछताछ में नाम उजागर होने के बाद उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।