दमोह/सागर/मप्र............
मध्यप्रदेश के दमोह के स्थानीय रेलवे स्टेशन के आरपीएफ कार्यालय में पदस्थ एएसआई अवधेश मिश्रा को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए सागर लोकायुक्त टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया। स्टेशन पर ही सुलभ कॉम्पलैक्स के पास से आरोपी को हिरासत में लेकर कोतवाली ले जाकर वहां आगे की कार्रवाई की गई।
क्या है पूरा मामला...........
मामले में नूरी बस सर्विस के संचालक अकबर पठान ने बताया कि दमोह से कुंडलपुर यात्री बस का संचालन करते हैं। जिनकी यात्री बस हर रोज सुबह 6 बजे रेलवे स्टेशन के बाहर पहुंचती है। जहां पर बाहर से आने वाले यात्रियों को बस में बिठाकर वह कुंडलपुर के लिए बस रवाना होती थी। बस खड़ी करने का उनके पास परमिट भी था। लेकिन स्टेशन के समीप यात्री बस खड़ी करने के बदले आरपीएफ में पदस्थ एएसआई अवधेश मिश्रा उनसे हर माह 1500 डेढ़ हजार रुपए रिश्वत देने की मांग कर रहे थे। परेशान होने के बाद अकबर पठान ने करीब एक माह पूर्व लोकायुक्त सागर में शिकायत की थी। जिसके बाद अकबर लगातार अवधेश से मिलने गए लेकिन वह मिल नहीं पा रहे थे। जिससे उनकी बात नहीं हो पा रही थी। बाद में मिलने पर अवधेश इस बात पर सहमत हुए कि हर माह 10 हजार रुपए देते जाना तो वह परेशान नहीं करेंगे।
आरोपी ने लोकायुक्त टीम को जमकर दौड़ाया............
अकबर ने लोकायुक्त टीम के निर्देशन में आरोपी अवधेश मिश्रा को पकडऩे जाल बिछाया गया। इसके बाद उसे रेलवे स्टेशन के बाहर सुलभ कॉम्लेक्स के समीप आरोपी एएसआई अवधेश मिश्रा रात को आया। जिसे अकबर पठान ने 5-5 सौ के 20 नोट दिए और लोकायुक्त को इशारा कर दिया। देखते ही देखते लोकायुक्त डीएसपी राजेश खेड़े पहले से फील्डिंग बिछाए स्टॉफ के साथ आरोपी को पकडऩे दौड़े। इस बीच आरोपी ने काफी दौड़ाया। लेकिन वह लोकायुक्त की गिरफ्त से बच नहीं सका। इस बीच आरक्षक आशुतोष पंकज व्यास को हाथ में चोट भी आई लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और आरोपी को धरदबोचा।
इनकी रही सराहनीय भूमिका............
सागर लोकायुक्त टीम प्रभारी डीएसपी राजेश खेड़े के साथ उनकी टीम में शामिल आरक्षक आशुतोष पंकज व्यास, अरविंद नायक, यशवंत सिंह, सुरेंद्र सिंह, मनोज कोरकू टीम में शामिल रहे। आरोपी को ले जाकर कोतवाली में शेष आवश्यक कार्रवाई की गई।